माधव जी इसी चिंता में घुले जा रहे थे कि बेटी की शादी के वक्त का कर्ज़ भी बाकी है! माधव जी इसी चिंता में घुले जा रहे थे कि बेटी की शादी के वक्त का कर्ज़ भी बाकी है...
हां , बेटा उस में आटा है धीरे से गांठ खोलना नहीं तो फैल जाएगा हां , बेटा उस में आटा है धीरे से गांठ खोलना नहीं तो फैल जाएगा
"यहाँ औरतें बिकती हैं" कौन बेच सकता है औरत को.... "यहाँ औरतें बिकती हैं" कौन बेच सकता है औरत को....
बहुत थकान महसूस हुई।ओह ! ये क्या। उफ़न गई सारी खीर। बहुत थकान महसूस हुई।ओह ! ये क्या। उफ़न गई सारी खीर।
ये तपस्या इतनी आसान नहीं होगी फरीद।” क़ाशनी साहब मुस्कुरा रहे थे। ये तपस्या इतनी आसान नहीं होगी फरीद।” क़ाशनी साहब मुस्कुरा रहे थे।
लहरें अब बहुत से उठने लगी थी जैसे कह रही हो, "हां सब कुछ परफैक्ट ही तो है।" लहरें अब बहुत से उठने लगी थी जैसे कह रही हो, "हां सब कुछ परफैक्ट ही तो है।"